आखिर तू खुदा हैं, इंसान नहीं हैं….
जीता हर कोई है, पर आसान नहीं है, क्यों तेरे आसमां के तले, आराम नहीं है ॥ मुक्क़द्दर के जैसे, मैकदे ने भी साथ छोड़ दिया, पीने को बस गम हैं, और कोई जाम नहीं हैं ॥ क्या बुलाया करते हैं लोग, हम अनसुना कर जाते हैं, इन नाम वालों की बस्ती में, हमारा […]
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